नासा के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) और बैरी विलमोर (Butch Wilmore) 9 महीने लंबे स्पेस मिशन के बाद सुरक्षित धरती पर लौट आए हैं। SpaceX के क्रू ड्रैगन कैप्सूल ने 18 मार्च 2025 की शाम को गल्फ ऑफ मैक्सिको में सफल स्प्लैशडाउन किया। यह मिशन शुरू से ही चुनौतियों भरा रहा, लेकिन अंत में सब कुछ ठीक रहा।
क्या हुआ था?
सुनीता और बैरी को जून 2024 में बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) भेजा गया था। यह मिशन सिर्फ 8 दिन का होना था, लेकिन स्पेसक्राफ्ट में आई टेक्निकल खराबी के कारण उन्हें ISS पर ही रुकना पड़ा। हीलियम लीक और प्रोपल्शन सिस्टम में दिक्कतों के चलते नासा ने उन्हें वापस लाने के लिए SpaceX के क्रू ड्रैगन कैप्सूल का इस्तेमाल किया।
स्प्लैशडाउन का मंजर
क्रू ड्रैगन कैप्सूल ने फ्लोरिडा के तट के पास गल्फ ऑफ मैक्सिको में शाम के वक्त स्प्लैशडाउन किया। कैप्सूल के पानी में उतरते ही डायवर्स ने उसे सुरक्षित बाहर निकाला। सुनीता और बैरी को कैप्सूल से बाहर निकालकर मेडिकल चेकअप के लिए ले जाया गया। दोनों ने कैमरों की ओर मुस्कुराते हुए हाथ हिलाए और थम्स अप किया।
डॉल्फिन्स ने किया स्वागत
स्प्लैशडाउन के दौरान एक अनोखा नज़ारा देखने को मिला। कैप्सूल के आसपास डॉल्फिन्स तैरती हुई नजर आईं, जैसे वो भी अंतरिक्ष यात्रियों का स्वागत कर रही हों।
भारत का गर्व: Sunita Williams
सुनीता विलियम्स, जिनके पिता भारतीय मूल के हैं, इस मिशन में शामिल होकर भारत के लिए गर्व का क्षण लेकर आई हैं। उनके पैतृक गांव झूलासन (गुजरात) में उनकी सुरक्षित वापसी की खुशी में दीपावली जैसा उत्सव मनाया गया। गांव वालों ने मंदिर में अखंड ज्योत जलाई और आतिशबाजी की।
ISRO चेयरमैन का संदेश
ISRO के चेयरमैन वी. नारायणन ने सुनीता की सफल वापसी पर बधाई दी और कहा कि भारत उनकी एक्सपर्टीज का फायदा उठाना चाहेगा। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “सुनीता विलियम्स, आपकी सुरक्षित वापसी NASA, SpaceX और अमेरिका के स्पेस एक्सप्लोरेशन के प्रति समर्पण को दर्शाती है।”
अब क्या?
सुनीता और बैरी को ह्यूस्टन ले जाया गया है, जहां उनका मेडिकल चेकअप और रिहैबिलिटेशन प्रोग्राम शुरू होगा। स्पेस में लंबे वक्त बिताने के बाद उनके शरीर को धरती के ग्रैविटी के अनुकूल ढालने में कुछ वक्त लगेगा।
Sunita Williams का संदेश
स्पेस से लौटने से पहले Sunita Williams ने एक वीडियो मैसेज में कहा, “हम जल्द ही वापस आ रहे हैं, इसलिए मेरे बिना कोई प्लान न बनाएं। हम जल्द ही लौटेंगे।”
यह मिशन न सिर्फ NASA और SpaceX के लिए, बल्कि पूरी मानवता के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। सुनीता विलियम्स और बैरी विलमोर की सफल वापसी ने एक बार फिर साबित किया कि चुनौतियां चाहे कितनी भी बड़ी हों, इंसान की हिम्मत और टेक्नोलॉजी के सामने वो छोटी पड़ जाती हैं।

Important Points
- Sunita Williams और बैरी ने 9 महीने स्पेस में बिताए, जोकि प्लान से 278 दिन ज्यादा था।
- उन्होंने ISS के चारों ओर 4,576 बार चक्कर लगाए और 121 मिलियन मील का सफर तय किया।
- SpaceX के क्रू ड्रैगन कैप्सूल ने उन्हें सुरक्षित वापस लाने में अहम भूमिका निभाई।
- सुनीता के गुजरात के गांव में उनकी वापसी पर दीवाली जैसा जश्न मनाया गया।
FAQ’s On NASA astronauts Sunita Williams returns
1. सुनीता विलियम्स और बैरी विलमोर कौन हैं?
सुनीता विलियम्स और बैरी विलमोर (Butch Wilmore) NASA के अनुभवी अंतरिक्ष यात्री हैं। सुनीता भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री हैं, जबकि बैरी एक रिटायर्ड यूएस नेवी टेस्ट पायलट हैं।
2. यह मिशन क्यों खास था?
यह मिशन खास था क्योंकि यह बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट का पहला मानवयुक्त टेस्ट मिशन था। हालांकि, टेक्निकल खराबी के कारण यह मिशन 8 दिन के बजाय 9 महीने तक चला।
3. स्पेस में 9 महीने बिताने के बाद उनका शरीर कैसा होगा?
स्पेस में लंबे वक्त बिताने के बाद अंतरिक्ष यात्रियों को धरती के ग्रैविटी के अनुकूल ढालने के लिए रिहैबिलिटेशन प्रोग्राम से गुजरना पड़ता है। इसमें मेडिकल टेस्ट और फिजिकल एक्सरसाइज शामिल हैं।
4. सुनीता और बैरी को वापस लाने के लिए SpaceX का क्रू ड्रैगन क्यों इस्तेमाल किया गया?
बोइंग स्टारलाइनर में हीलियम लीक और प्रोपल्शन सिस्टम की खराबी के कारण NASA ने उन्हें सुरक्षित वापस लाने के लिए SpaceX के क्रू ड्रैगन कैप्सूल का इस्तेमाल किया।
5. स्प्लैशडाउन कहां हुआ?
क्रू ड्रैगन कैप्सूल ने 18 मार्च 2025 को फ्लोरिडा के तट के पास गल्फ ऑफ मैक्सिको में स्प्लैशडाउन किया।
6. सुनीता विलियम्स का भारत से क्या कनेक्शन है?
सुनीता विलियम्स के पिता भारतीय मूल के हैं। उनका पैतृक गांव गुजरात के झूलासन में है, जहां उनकी सुरक्षित वापसी पर दीवाली जैसा जश्न मनाया गया।
7. सुनीता और बैरी को वापस आने में कितना वक्त लगा?
ISS से धरती तक का सफर करीब 17 घंटे का था। क्रू ड्रैगन कैप्सूल ने स्प्लैशडाउन के बाद उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला।